
आगरा सरताज ए आगरा हजरत शाह अमीर अबुल उला का 384 वा जश्ने उर्स मुबारक के मौके पर हैदराबाद की हजरत मोहम्मद कासिम अबुल उलाईं की जेरे सर परस्ती में कोठी पर महफिले सुबह का आयोजन पूरी रात्रि चला तथा रात को 2:00 बजे संदल शरीफ दरगाह पर पेश किया गया जिसमें सैकड़ो की तादाद में आग़ाई सिलसिले के मुरीद संदल शरीफ में मौजूद थे वही आगा मोहम्मद कासिम अबुल उलाई ने कहां की बलिए कामिल के दरबार से कोई भी खाली हाथ नहीं लौटा है क्योंकि यह रात एक ऐसी रात होती है की जो साल में एक बार आती है इसीलिए इस रात को शब उरूसियत कहा जाता है क्योंकि यह रात अल्लाह से उसे वाली अल्लाह की मुलाकात वाली रात होती है की जिसका जश्न उर्स मुबारक मनाया जा रहा है सरताज ए आगरा हजरत सैयदना पाक के दरबार में आज सारे ही वाली अल्लाह मौजूद होंगे और जिस जिस हकीकत से हम सभी ने अपने दिल का हाल सैयदना पाक के सामने रखा है वह अल्लाह तबारक ताला की बारगाह में पेश किया जाएगा और अल्लाह के दोस्त सैयदना पाक के वसीले से उन सारी दुआओं को अल्लाह तबारक ताला पूरी करेगा महफिले सीमा के हजरत कासिम मियां कोठी पर लंगर भी तकसीम किया गया इस मौके पर व्यवस्था संभालने वालों में मिर्जा रिजवान बाग सैयद हुजूर अली मोइनुद्दीन इस्लाम खान एडवोकेट दाऊद एडवोकेट मुबीन उद्दीन हाजी अल्ताफ हुसैन रियाजुद्दीन शानू वसीमुद्दीन आदि लोग उपस्थित रहे